शनिवार, 16 मार्च 2024

महाभारत

पल पल हर पल घूंट-घूंट मरती

वो नारी जो पाकी है,

एक महाभारत कल हुआ था

एक महाभारत बाकी है।


मैं ठहरी प्रेम की भूखी

इज्जत लूटना तेरी चालाकी है,

एक महाभारत कल हुआ था

एक महाभारत बाकी है।


तेरे उसूल,आचरण मेरे काम का नहीं

मेरे जीने का तरीका ही बेबाकी है,

एक महाभारत कल हुआ था

एक महाभारत बाकी है।


लूटती अस्मत, बिकते न्याय

बिके अदालत और खाकी है,

एक महाभारत कल हुआ था

एक महाभारत बाकी है।


किया प्रतीक्षा, किया विनती

अब अस्त्र उठाना ही बाकी है,

एक महाभारत कल हुआ था

एक महाभारत बाकी है।।


©️®️ #AVSI ✍️



2 टिप्‍पणियां:

Thankew 😊😊😊