आज तो हम केवल रंगों की बोली बोलेंगे,
मिलकर अपने संगी-साथी संग जमके होली खेलेंगे।
रंग लगाएंगे, गुलाल उड़ाएंगे, मस्ती में डोला-डोली करेंगे,
मिलकर अपने संगी-साथी संग जमके होली खेलेंगे।
गली-मुहल्ले घूम-घूम कर, यारों संग हंसी-ठिठोली करेंगे,
मिलकर अपने संगी-साथी संग जमके होली खेलेंगे।
क्या पानी और क्या कीचड़? जो तोला-तोली करेंगे,
मिलकर अपने संगी-साथी संग जमके होली खेलेंगे।
संध्या पूर्व बड़े-बुजुर्गों के आशीष से समापन होली करेंगे,
मिलकर अपने संगी-साथी संग जमके होली खेलेंगे।।
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Thankew 😊😊😊