तुमको अपने संग लिखें या फिर अपना अंग लिखें,
दो मंजूरी गर तुम प्रियतम तो तुमको फागुन का रंग लिखें।
तुमको फागुन का गीत लिखें या अपना मनमीत लिखें
या फिर तुम पर हारकर सबकुछ तुमको ही अपनी जीत लिखें
कहो अगर तुम हमको तो तुमको अपनी सारी उमंग लिखें,
दो मंजूरी गर तुम प्रियतम तो तुमको फागुन का रंग लिखें।
तुमको धूप फागुन की पाटल लिखें या सुर्ख लाल लिखें
या फिर तुमको होली में उड़ते रंग, अबीर, गुलाल लिखें
कहो अगर तुम हमको तो तुमको अपने जीने की नई ढंग लिखें,
दो मंजूरी गर तुम प्रियतम तो तुमको फागुन का रंग लिखें।।
©️®️ #AVSI✍️
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Thankew 😊😊😊